मोदी सरकार के नए बजट ने बीएसएनएल की किस्मत बदल दी है। पहले जनता और फिर सरकार ने इसे समर्थन दिया, जिससे प्राइवेट टेलीकॉम जायंट्स को बड़ा झटका लगा है। वोडाफोन-आईडिया जैसी कंपनियाँ बंद होने की कगार पर पहुँच गई हैं।
इस बजट में फाइनेंस मिनिस्ट्री ने आईटी और टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर के लिए 1 दशमलव दो आठ लाख करोड़ एलोकेट किए हैं। इसमें से ₹82,291 करोड़ सीधे बीएसएनएल को मिले हैं ताकि वह अपनी स्थिति सुधार सके और प्राइवेट कंपनियों को टक्कर दे सके।
मोदी सरकार के नए बजट में बीएसएनएल को 82,291 करोड़ का फंड मिला है, जिससे कंपनी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर दे सकेगी।
- Highlights
- 💰 मोदी सरकार ने बीएसएनएल को 82,291 करोड़ का बजट दिया है।
- 📶 बीएसएनएल अब 4G और भविष्य में 5G सेवाएं प्रदान करेगा।
- 📉 प्राइवेट कंपनियों जैसे जियो और एयरटेल को झटका लगा है।
- 📞 बीएसएनएल के कर्मचारियों ने सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
- 🏗️ नए टावर और ऑप्टिकल केबल बिछाने का कार्य शुरू हुआ है।
- 🚀 बीएसएनएल का भविष्य उज्ज्वल, 5G की दिशा में बढ़ रहा है।
- 🇮🇳 जनता को सस्ती और हाई स्पीड इंटरनेट सेवाएं मिलने की उम्मीद है।
- Key Insights
- 💵 सरकारी समर्थन: सरकार का बीएसएनएल को दिया गया फंड कंपनी की स्थिति को मजबूत करने में सहायक होगा। यह प्राइवेट कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा में मदद करेगा।
- 📈 4G और 5G का विकास: बीएसएनएल ने 4G टावर्स लगाने और 5G के लिए तैयारी शुरू कर दी है, जिससे यह तकनीकी रूप से आगे बढ़ेगा।
- ⚡ प्राइवेट कंपनियों पर दबाव: जियो और एयरटेल जैसे कंपनियों को बीएसएनएल के मजबूत होने से दवाब का सामना करना पड़ेगा, जिससे टैरिफ में कोई स्थिरता आ सकती है।
- 🛠️ कर्मचारियों का सुधार: बीएसएनएल के कर्मचारियों ने अपनी सेवाओं में सुधार किया है, जिससे उपभोक्ताओं की संतुष्टि बढ़ेगी।
- 🌍 नेटवर्क का विस्तार: नए नेटवर्क टावर्स के साथ, बीएसएनएल दूर-दराज के इलाकों में भी सेवाएं पहुंचाने में सक्षम होगा।
- 🔄 सेवाओं में परिवर्तन: बीएसएनएल की सेवाओं में सुधार से उपभोक्ता जियो और एयरटेल से स्विच कर सकते हैं, जो प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा।
- 🏆 जागरूकता और समर्थन: लोगों में बीएसएनएल के प्रति जागरूकता बढ़ने से कंपनी को मजबूती मिलेगी और यह बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकेगी।
बीएसएनएल की पहले हालत
बीएसएनएल को सरकारी सहायता मिलने से पहले वह घाटे में चल रही थी। हजारों करोड़ खर्च कर जियो ने 4G लाया और बीएसएनएल सहित कई कंपनियों का बाजार से सफाया कर दिया। बीएसएनएल के कर्मचारियों की काम ना करने और ग्राहकों के साथ बुरा बर्ताव करने की खबरें भी आईं।
इससे बीएसएनएल हर महीने अपने लाखों सब्सक्राइबर खो रहा था। सरकार ने बीएसएनएल को बेचने का प्लान किया था, लेकिन कर्मचारियों की रैलियों के कारण यह प्लान होल्ड पर रखा गया।
बीएसएनएल 5G टावर लगाने का प्लान
इस दौरान, जियो और अन्य कंपनियाँ इंटरनेट प्लान्स के दाम बढ़ा रही थीं। लेकिन, बीएसएनएल के लिए सरकार का नया बजट आया और कंपनी ने फिर से अपनी स्थिति सुधारनी शुरू कर दी। जुलाई में बीएसएनएल और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस ने 4G टावर्स लगाने की डील की। इससे दूरदराज के इलाकों में भी बीएसएनएल की इंटरनेट स्पीड बढ़ने लगी।
अब सरकार ने 2024 के बजट में बीएसएनएल को 83 हजार करोड़ का बजट दिया है जिससे कंपनी ने देशभर में 4G टावर्स और ऑप्टिकल केबल बिछाने का काम शुरू कर दिया है।
बीएसएनएल अब सस्ता और हाई स्पीड इंटरनेट दे रहा है। सरकार जनता के दिलों में अपनी जगह बनाना चाहती है और इसीलिए टेलीकॉम सेक्टर को ऊँचाई तक ले जाने का निर्णय लिया है। बीएसएनएल के कर्मचारी अब बेहतर सेवा दे रहे हैं और सब्सक्राइबर को सही रिस्पांस मिल रहा है।
लगाए जायेंगे RAN टावर
देश के ज्यादातर लोग 4G मोबाइल फोन चला रहे हैं और बीएसएनएल के सस्ते इंटरनेट का फायदा उठा रहे हैं। बीएसएनएल ने देशभर में रेडियो एक्सेस नेटवर्क R A N लगाने का काम भी शुरू कर दिया है।
रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) से ना सिर्फ शहर बल्कि गाँवों में भी बीएसएनएल का 4G हाई स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा। 2024 के अंत तक यह नेटवर्क पूरे देश में फैल जाएगा। इसके बाद बीएसएनएल 5G हाई स्पीड इंटरनेट की ओर बढ़ेगा।
RAN टावर्स इतने एडवांस हैं कि इन्हें सिर्फ सॉफ्टवेयर अपग्रेड करके 5G और 6G में बदला जा सकता है। फिलहाल, देशवासियों को 5G की इतनी जरूरत नहीं है इसलिए बीएसएनएल ने 4G पर ध्यान दिया है।
सरकार ने बीएसएनएल को सहायता देकर प्राइवेट कंपनियों पर दबाव बनाया है। आने वाले महीनों में बीएसएनएल अपने टैरिफ प्लान की कीमतें नहीं बढ़ाएगा। इस वक्त आपके पास कौन सी कंपनी का सिम कार्ड है और क्या आप उसे बीएसएनएल में पोर्ट करवाने के बारे में सोच रहे हैं? कमेंट्स में बताइए।
बीएसएनएल की 4G सर्विस का इंतजार अब खत्म हो गया है। अब देश के हर कोने में 4G का बोलबाला होगा। ऐसा महसूस हो रहा है कि सरकार जाग चुकी है और बीएसएनएल को फ्री हैंड और फ्री फंड मिल चुका है। बीएसएनएल जिस गति से काम कर रही है, उससे लगता है कि बहुत जल्द आपके इलाके तक भी बीएसएनएल की 4G सर्विस पहुंचने वाली है।
बीएसएनएल पूरे भारत में 4G लागू करने की तारीख लेकर आ गई है। 4G सर्विस बहुत जल्द बड़े शहरों को मिलेगी और धीरे-धीरे ग्रामीण इलाकों तक पहुंचेगी। बीएसएनएल की घोषणाओं में कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें सुनकर आप भी खुश हो जाएंगे। टीसीएस ने 15,000 करोड़ का कांट्रैक्ट लिया है, जिसके तहत 1,000 भारतीय गांवों तक 4G हाई स्पीड सर्विस पहुंचाने का काम किया जाएगा।
अगर आपका गांव भी इसमें शामिल है, तो 4G की जबरदस्त स्पीड मिलने वाली है। आज हम कुछ शहरों और इलाकों के नाम बताएंगे, जहां सितंबर महीने तक 4G सर्विस पहुंच जाएगी। मुख्य मेट्रो सिटीज दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और कुछ महत्वपूर्ण मेट्रोपॉलिटन सिटीज जैसे छत्तीसगढ़, रायपुर, हैदराबाद, जयपुर, अहमदाबाद, लखनऊ, और चंडीगढ़ में सितंबर तक 4G सर्विस चालू कर दी जाएगी।