Home » बैंकिंग » TDR and STDR Fixed Deposit क्या है

TDR and STDR Fixed Deposit क्या है

TDR And STDR भारतीय Bank द्वरा चलाई गई एक Fixed Deposit Scheme है। जिसमे आप Fixed Amount Invest करके Invest Deposit Amount से ज्यादा पैसा आपको मिलता है।

यदि आप Bank Of India की इस Fixed Deposit के TDR and STDR के बारे में जानना चाहते है तो आपको पहले Fixed Deposit के बारे में पता होना चाहिए, उसके लिए आपको हमारी इस जानकारी को पूरा पड़ना होगा।

fixed deposit tdr and stdr kya hai
fixed deposit tdr and stdr kya hai 1
  1. Fixed Deposit क्या है ?
  2. TDR और STDR Full form क्या है ?
  3. TDR क्या है ?
  4. STDR क्या है ?

Fixed Deposit क्या है?

Fixed Deposit नाम से पता चलता है। की ये कोई Fixed amount रखने का एक Scheme है। इस Scheme के तहत आप Bank में  अपने इच्छा अनुसार Maturity Period के लिए धनराशि जमा करते है तो आपको उस amount में Bank की तरफ से ब्याज दिया जाता है। किन्तु आप जमा की गयी Fixed Deposit धनराशि में को Fixed की गई तारीख से पहले नही निकल सकते है।

अवधि जमा (Fixed Deposit) में आपको एक निचित Date दिया जाता है। जिसके पहले आप उस amount को Withdraw नही कर सकते है ।

अगले जानकारी में हम आपको Fixed Deposit के लिए Online apply कैसे करे और Fixed Deposit करने पर कितना ब्याज मिलेगा इसके बारे में जामेंगे

Read More info-

TDR and STDR Full Form

Tdr aur Stdr के। बारे में जानने से पहले हम TDR and STDr का Full Form जान लेते है।

  • TDR– Term Deposit Receipt
  • STDR– Special Term deposit Receipt

TDR and STDR क्या है?

TDR  क्या है?

TDR जिसका Full Form Term Deposit Recipt होता है और TDR का मतलब सवधि जमा होता है जो Fixed Deposit के अंतर्गत आता है। यदि आप Fixed Deposit में TDR और STDR के अंतर्गत Fixed Deposit करते है तो Bank आपको हर महीने आपके Fixed Deposit amount में ब्याज जोड़ती रहेगा। Sate Bank Of India ने TDR Fixed Deposit का Minimum कार्यकाल 7 Days और Maximum कार्यकाल 3650 Days है।

यदि आप बैंक में FD करवाने जाते हैं तो वहां पर यदि TDR सिलेक्ट करते हैं तो टीडीआर के अंतर्गत आपको Intrest Payout के कई ऑप्शन मिलते हैं, साप्ताहिक (Weakly) महीने (Month) में और तीसरे महीने में (Quarterly) तो इसका मतलब होता कि आप को फिक्स डिपॉजिट का इंटरेस्ट हफ्ते, महीने में चाहिए या हर 3 महीने में चाहिए।

तो यदि आप चाहते हैं इंटरेस्ट एक साथ ना मिलकर आपको हर महीने या हर तीसरे महीने मिलता रहे तो यहां पर आपको Bank FD करते समय TDR Option Select करना चाहिए।

ध्यान देना है TDR सिलेक्ट करने का एक कंडीशन होता है, यदि आप एफडी करते समय TDr select करना चाहते हैं। तो यह 180 दिन या उससे कम का एफडी खुलवाते हैं तो आप TDR का ऑप्शन सेलेक्ट नहीं कर सकते हैं। उसके लिए आपको इंटरेस्ट एफडी मेच्योरिटी होने के बाद ही मिलेगा।

लेकिन यदि आप चाहते हैं कि आपको महीने या हर तीसरे महीने आपको थोड़ा-थोड़ा इंटरेस्ट मिलता रहे तो यहां पर TDR सिलेक्ट कर लेना चाहिए।

STDR क्या है?

TDR विशेष सावधि जमा के लिए है और जब कोई व्यक्ति एसटीडीआर जमा करता है, तो उसे हर महीने या हर साल ब्याज नहीं मिलता है। परिपक्वता अवधि के अंत में और एसटीडीआर में ब्याज जमा किया जाता है, निवेशक को हर तिमाही में आधार पूंजी द्वारा उत्पन्न ब्याज पर जमा ब्याज के रूप में अतिरिक्त लाभ मिलता है।

एसटीडीआर के मामले में वापसी की दर यौगिक ब्याज की वजह से थोड़ी अधिक है। इसलिए यह निवेशक के लिए थोड़ा और फायदेमंद हो सकता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एसटीडीआर के लिए, न्यूनतम कार्यकाल 180 दिन है और अधिकतम कार्यकाल 3650 दिन है।

यदि फिक्स डिपॉजिट करते समय STDR को सिलेक्ट करते हैं तो जब आपकी Fixed Deposit मेच्योरिटी होगी तो आपका जो इंटरेस्ट होगा वह मैच्योरिटी पर ही मिलेगा। जब आपकी एफडी पूरी हो जाएगी। मान लो आप की अवधि 5 साल बाद पूरी हो जा रही है। आपकी Main Account के साथ इंटरेस्ट ऐड करके आपको एक साथ अकाउंट में मिल जाता है।

एसटीडीआर में फायदा यह है कि आपका जो इंटरेस्ट हर साल मिल रहा है। वह इंटरेस्ट अमाउंट में ऐड होकर उसके ऊपर भी इंटरेस्ट मिलता रहता है। मान लो अपने 5 साल की एफडी कराई हुई है तो उसमें से जो पहले साल के अंदर आपके अमाउंट के साथ इंटरेस्ट मिलता है।

Additional Intrest भी आपके अमाउंट के अंदर ऐड हो जाएगी और फिर उसके ऊपर अगले साल से इंटरेस्ट के ऊपर भी इंटरेस्ट मिलता रहेगा। ऐसे ही लगातार 5 साल तक इंटरेस्ट के ऊपर इंटरेस्ट मिलता है। जिससे आपका ज्यादा फायदा हो जाता है और यदि आप एफडी करवाते हो एसटीडीआर सिलेक्ट कर रहे हैं तो सबसे अच्छा तरीका है। जिसमे काफी ज्यादा इंटरेस्ट मिल जाता है।

TDR और STDR में अंतर क्या है?

दोस्तों TDR और STDR मैं ज्यादा कुछ अंतर नहीं है यह दोनों ही Term Fixed Deposit के अंतर्गत आते हैं। फिर भी जो अंतर है मैं आपको बता दे रहा हूं।

  • TDR और STDR का सबसे मुख्य अंतर यह है कि TDR में STDR हर Weakly, Monthly Select करने का ऑप्शन होता है। जबकि STDR के अंदर आपको Intrest Fixed Deposit Maturity होने के बाद ही मिलता है।
  • Maturity में हर साल के इंटरेस्ट के ऊपर भी आपको इंटरेस्ट मिल जाता है लेकिन यह फीचर TDR के अंदर नहीं होता है।

TDR and STDR में कौन अच्छा है?

दोनों फिक्स डिपाजिट अपने तरीके से अच्छे हैं। लेकिन यदि फिक्स डिपॉजिट का Intrest weakly, Monthly and quarterly में चाहिए तो आपको TDR Select करना चाहिए। वहीं यदि आपको फिक्स डिपॉजिट इंटरेस्ट हर महीने या हर तीसरे में ही नहीं चाहिए तो एसटीडीआर अच्छा है STDR में आपको ज्यादा इंटरेस्ट मिल जाता है।

FD में TDR क्या है?

TDR फिक्स डिपॉजिट का Term Option है जो एफडी करते समय इसका ऑप्शन दिया जाता है।

FD में STDR क्या है?

STDR फिक्स डिपॉजिट का ही Term Option है जो एफडी करते समय इसका ऑप्शन दिया जाता है। STDR करने पर एफडी का इंटरेस्ट मैच्योरिटी के बाद ही मिलता है।

TDR and STDR मैच्योरिटी क्या है?

TDR और STDR में Maturity जब आपका फिक्स डिपाजिट कार्यकाल अवधि पूरा हो जाता है उसी को ही मैच्योरिटी बोलते हैं। जैसे एफडी 5 साल का है तो आपका मैच्योरिटी अवधि 5 साल के बाद ही होता है।

क्या एसटीडीआर टैक्स फ्री है?

किसी भी एफडी में यदि आपको सलाना 40,000 से कम ब्याज होता है तो वहां पर कोई भी टैक्स नहीं देना होता है। लेकिन यदि ब्याज 40,000 से ज्यादा होता है तो वहां पर आपको 10% का टीडीएस टैक्स देना होता है।
Share on:

7 thoughts on “TDR and STDR Fixed Deposit क्या है”

  1. Maine apna acount ko MOD krwaya h.
    Lekin uska intrest kb milta h kitna milta h.
    Kuch v pta nhi chlta kuch tarika h kya ..
    .

    Reply

Leave a Reply to Bablu singh bisht Cancel reply