यदि आप Stock Market में Invest करना चाहते हैं तो आपको दो अकाउंट की आवश्यकता होती है Trading and Demat Account, आज की जानकारी में हम आपको बताएंगे कि Trading and Demat Account क्या होता है उनके क्या-क्या फायदे होते हैं। क्या आप अलग से ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं और डिमैट अकाउंट एंड ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है इसके बारे में जानेंगे।
सालों पहले यदि आपको कोई भी शेयर खरीदना और बेचना होता था तो आपको या आपके स्टॉक ब्रोकर को फिजिकली एक्सचेंज में जाना पड़ता था। और सभी काम कागजी तरीके से करना होता था। तो आइए और गहराई से समझते है।
तो मान लीजिए यदि आपको कोई शेर खरीदना होता था तो आपको पैसे लेकर एक्सचेंज ऑफिस जाना पड़ता था और यदि आपको शेयर बेचना होता था तो आपके पास जो फिजिकल डॉक्यूमेंट सर्टिफिकेट थे उनको लेकर आपको स्टॉक मार्केट एक्सचेंज ऑफिस जाना पड़ता था और जब भी ब्रोकर और शेयर की प्राइस मैच हो जाती थी आप सेलर को पैसा दे देते थे और सेलर आपको शेर दे देता था। तो चलिए जान लेते हैं तो चलिए अपने टॉपिक पर बात करते है।
सरल भाषा में बताएं तो ए प्रोसेस बिल्कुल वैसे ही होता है जैसे कि आप अपने पर्स से पैसा निकालते हैं दुकानदार को पैसा देते हैं। और दुकानदार से आप समान लेते हैं। और उस सामान को अब थैले में डालते हैं तो जो आपका पर्स है ट्रेडिंग अकाउंट है और दुकानदार एक्सचेंज है। आपने जो पैसा दिया उसको और जो सामान लिया वह आपका शेयर हो गया और उसको थैले में डाल दिया आपका डीमेट अकाउंट हो गया तो पैसे का लेनदेन आपके पास से होता है।
तो आपका ट्रेडिंग अकाउंट है जो थैला है। आपका इस तरह से डिमैट अकाउंट है इसमें आपने शेयर को रखते हैं यानी कि समान को रखते हैं जैसा की हमारी टॉपिक है ट्रेडिंग और डिमैट खाते में अंतर क्या है ।
डीमेट और ट्रेडिंग में अंतर क्या है ( Different Trading and Demat Account in Hindi )
दोस्तों Trading and Demat Account अकाउंट अलग अलग होता है लेकिन खुलता एक ही जगह पर है और खुलता इस तरह से है कि आप को पता नहीं चलेगा। और हमे अलग-अलग डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट को लाने की जरूरत नहीं पड़ती है। जब हम डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए अपना दस्तावेज देते हैं। उसमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट कैंसिल चेक और फोटो होता है तो यह जो चीज है जो हम वहां पर देते हैं इसी डॉक्यूमेंट की सहायता से हमारा डिबेट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों खुल जाता है।
Demat Account
पहले फिजिकल वाला तरीका बहुत लंबा प्रोसेस हो जाता था उसको सरल बनाने के लिए सेबी ने डीमेट अकाउंट लाया आज के डिजिटल इंडिया में यदि आपको शेयर बेचने और खरीदने होते हैं तो आप डायरेक्टली अपने मोबाइल या लैपटॉप से उसको कर सकते हैं जैसे पहले आप फिजिकल डॉक्यूमेंट लेकर स्टॉक मार्केट ऑफिस में आते थे। वही कैश आपको ऑनलाइन अपने ऑनलाइन ओपन डीमेट अकाउंट में मोबाइल और लैपटॉप के माध्यम से जमा कर देते हैं।
Trading Account
तो यदि आपको कहीं भी किसी का शेयर खरीदना हो या कोई भी ट्रांजैक्शन करना हो तो आपको एक अकाउंट की आवश्यकता होती है। जिससे हम शेयर को किसी कंपनी के थ्रू खरीदते हैं और उसे बेचते हैं उसे हम ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं । जैसे यदि आपको 500 शेयर का ऑर्डर देना है तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के थ्रो देते हैं यदि आपको 200 शेयर का सेल करना है तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से करते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट में फंड एड करने के लिए एक बैंक की आवश्यकता होती है तो आपका बैंक अकाउंट आपके ट्रेडिंग अकाउंट से लिंक होना चाहिए। जैसे यदि आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट से 50000 का शेयर खरीदना है तो आप पहले अपने बैंक अकाउंट से 50000 अपने स्टडिंग अकाउंट में जोड़ेंगे उसके बाद आप शेयर खरीदेंगे।
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Trading and Demat Account में अंतर
- ट्रेडिंग अकाउंट में आप सिर्फ शेयर का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं लेकिन यदि आपको उस शेयर की डिलीवरी लेनी है तो आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है डीमेट अकाउंट आपके बैंक अकाउंट की तरह ही होता है जैसे ही आप अपने बैंक अकाउंट में आपका पैसा जमा करके रखता है वही आपके डिमैट अकाउंट में आपके शेयर जमा रहते हैं और हर एक शेर का अलग-अलग आईएसआई नंबर होता है। इसके माध्यम से आप शेयर को वेरीफाई कर सकते हैं या कौन सा शेयर है उसका नंबर क्या है।
- ट्रेडिंग अकाउंट हमें एक प्लेटफार्म देता है जिसे हम मार्केट में शेयर को बेच और खरीद सकते हैं यह आपके सेविंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट के बीच इंटरमीडिएटली की तरह काम करता है।
- दोस्तों कुछ ब्रोकर के पास यह फैसिलिटी है यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आप केवल ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं इसमें यह होगा कि आप केवल शेर को खरीदेंगे और बेचेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग करेंगे उसी दिन खरीदेंगे उसी दिन भेजेंगे लेकिन यदि आपको होल्डिंग में रखना चाहते हैं यदि आपने शेयर खरीद लिया है और उसे अभी नहीं बेचना चाहते हैं बाद में बेचेंगे तो आपके पास डिबेट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों होना चाहिए।
- यदि आप कोई स्टॉक करीदते है तो Demat Account में T+2 Days लगेंगे उस स्टॉक को डिमैट अकाउंट में क्रेडिट होने में जैसे यदि आपने आज शेयर खरीदा है तो आज के पूरे दिन में शेयर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में रहेगा और 2 दिन बाद हो डिमैट अकाउंट में एग्जीक्यूट हो जाएगा।
तो आज की समय में आप किसी भी ब्रोकर के पास एक साथ Trading and Demat Account खोल सकते हैं पर अगर आपको किसी ब्रोकर का ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट नहीं है तो हमारे अगले जानकारी में सभी Trading and Demat Account की जानकारी मिलेगी जहां पर अकाउंट कैसे खोला जाता है इसके बारे में बताया गया है।
बहुत से लोगों का कहना होता है कि क्या हम सिर्फ Trading and Demat Account अलग अलग खोल सकते हैं। जी हां आप अलग-अलग Trading and Demat Account खोल सकते हैं लेकिन ऐसा करने पर यदि आपके पास केवल ट्रेडिंग अकाउंट होगा तो आपको शेयर कहां खरीदेंगे स्टोर कैसे रखेंगे उसके डिलीवरी कहां मिलेगी। उसमे समस्या हो जायेगी। तो आप बिना Trading and Demat Account के शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं कर सकते है।